जनसंघ काल के वरिष्ठ नेता, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर जी के निधन से मन व्यथित है। वे एक उत्कृष्ट राजनेता, लोकप्रिय जन-प्रतिनिधि और प्रतिबद्ध कार्यकर्ता थे।
श्री गौर 1974 से 2013 तक दक्षिण भोपाल और गोविंद पुरा सीट से लगातार 10 बार विधायक रहे।वे मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री भी रहे।वे मजदूरों के हित की प्रखरआवाज थे।उन्होंने श्रमिकों के हित में कई आंदोलनों में भाग लिया था।वे भारतीय मजदूर संघ के संस्थापक सदस्य थे।उन्होंने ‘गोवामुक्तिआंदोलन’ में सक्रिय भूमिका निभाई।श्री गौर ने आपातकाल के दौरान इंदिरा गाँधी की दमनकारी हुकूमत के खिलाफ संघर्ष किया था और जेल भी गए थे।जनता की सेवा करने का उनका समर्पण भाव एवं राष्ट्र के विकास के प्रति उनकी प्रतिबद्धता सदैव हम सभी कार्यकर्ताओं को प्रेरणा देती रहेगी।
श्री गौर एक समर्पित जनसेवक थे जिन्होंने लगातार समाज के गरीबों, दलितों, शोषितों और वंचितों के उत्थान के लिए कार्य किया। एक जुझारू जन-नेता के रूप में श्री गौर सदैव याद किये जायेंगें। उन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन मध्यप्रदेश के विकास को समर्पित किया। उनका निधन भारतीय जनता पार्टी के लिए यह एक अपूरणीय क्षति है।
दुःख की इस घड़ी में मैं ईश्वर से दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करने एवं शोकाकुल परिजनों को दुःख सहने की शक्ति प्रदान करने की कामना करते हुए अपनी अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ। ॐ शांतिः शांतिः शांतिः
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