आज जब सम्पूर्ण देश एकजुट होकर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में Covid-19 के ख़िलाफ़ निर्णायक लड़ाई लड़ रहा है, उस समय कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी द्वारा दिया गया बयान निंदनीय, अशोभनीय, संवेदनहीन और गैर–जिम्मेदाराना है। मैं सोनिया गांधी और कांग्रेस की इस तुच्छ राजनीति की कड़ी भर्त्सना करता हूँ।
*********************
यह राजनीति करने का नहीं, देश की सेवा करने का समय है। हमें एकजुट होकर लड़ना है और इस लड़ाई को जीतना है। कांग्रेस अध्यक्ष का यह बयान कोरोना के खिलाफ भारत की लड़ाई को कहीं न कहीं कमजोर करने वाला है।
*********************
सम्पूर्ण विश्व में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत सरकार के प्रयासों की सराहना हो रही है। प्रधानमंत्री जी सभी राज्य सरकारों को साथ लेकर टीम इंडिया के रूप में इस लड़ाई को लड़ रहे हैं। इस कठिन समय में कांग्रेस को एक ज़िम्मेदार राजनीतिक दल के रूप में काम करना चाहिए।
*********************
कांग्रेस अध्यक्षा का यह बयान कि देश में लॉकडाउन बिना तैयारियों के लागू किया गया है, सरासर झूठ और तथ्य से परे है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने कोरोना से लड़ाई के लिए देश में संपूर्ण लॉकडाउन की घोषणा 24 मार्च 2020 को रात 08:00 बजे की थी जबकि सच्चाई यह है कि पंजाब और राजस्थान जैसे कांग्रेस शासित राज्य पहले ही लॉकडाउन घोषित कर चुके थे।
*********************
वास्तविकता यह है कि कोरोना वायरस के बढ़ते हुए संक्रमण को देखते हुए देश के लगभग 70% भागों में पहले ही या तो लॉकडाउन लागू हो चुका था या लॉकडाउन जैसी स्थिति बन चुकी थी। ऐसे में क्या कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी यह कहना चाहती हैं कि कांग्रेस की उनकी ही राज्य सरकारों ने बिना किसी तैयारी के अपने–अपने राज्यों में लॉकडाउन घोषित कर दिया?
*********************
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने तो जनता की सुरक्षा के लिए और राज्यों की ऐसी स्थिति को देखते हुए ही लॉकडाउन को पूरे देश में लागू किया ताकि संक्रमण कम से कम फैले।
*********************
श्रीरामनवमी और चैत्र नवरात्र जैसे पावन उत्सव हमें याद दिलाते हैं कि अच्छाई सदैव ही बुराई पर विजय प्राप्त करती है। हमारा संघर्ष भी रंग लाएगा और देश व दुनिया को जल्द ही कोरोना संक्रमण की महामारी से निजात मिलेगी।
*********************
पार्टी कार्यकर्ता ‘पीएम केयर्स फंड‘ में ₹100 के योगदान को जन–अभियान के रूप में आगे बढायें। हमने प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में भारत से कोरोना को ख़त्म करने का संकल्प ले लिया है और सेवा–भाव, समर्पण एवं सहयोग से इस पर विजय प्राप्त करके ही रहेंगें।
*********************
पार्टी कार्यकर्ता प्रत्येक दिन देश के पांच करोड़ जरूरतमंद लोगों तक भोजन उपलब्ध कराने के अभियान को सेवा–भाव के रूप में लें और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करते हुए एवं स्थानीय प्रशासन के साथ सहयोग करते हुए आगे बढ़ें।
*********************
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा ने आज कांग्रेस वर्किंग कमिटी की बैठक में कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गाँधी द्वारा दिए गए गैर-जिम्मेदाराना बयान की कड़ी भर्त्सना की और इसे गुमराह करने वाला बताया।
श्री नड्डा ने कहा कि आज जब संपूर्ण देश एकजुट होकर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में Covid-19 की महामारी के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ रहा है, उस समय कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी द्वारा दिया गया बयान निंदनीय, अशोभनीय, संवेदनहीन और गैर–जिम्मेदाराना है। मैं सोनिया गांधी और कांग्रेस की इस तुच्छ राजनीति की कड़ी भर्त्सना करता हूँ। इस विषम परिस्थिति में कांग्रेस अध्यक्ष को यह बयान शोभा नहीं देता। यह कोरोना के खिलाफ भारत की लड़ाई को कहीं न कहीं कमजोर करने वाला है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस वर्किंग कमिटी की बैठक में सोनिया गाँधी ने कहा है कि देश में लॉकडाउन बिना तैयारियों के लागू किया गया है जबकि सच्चाई कुछ और ही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने कोरोना के खिलाफ निर्णायक लड़ाई के लिए देश में संपूर्ण लॉकडाउन की घोषणा 24 मार्च 2020 को रात 08:00 बजे की थी जबकि सच्चाई यह है कि पंजाब और राजस्थान जैसे कांग्रेस शासित राज्य पहले ही लॉकडाउन घोषित कर चुके थे। मध्य प्रदेश की तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने अल्पमत में रहने के बावजूद तो विधानसभा ही स्थगित कर दी थी। महाराष्ट्र और केरल में भी कमोबेश यही हालात थे। वास्तविकता यह है कि कोरोना वायरस के बढ़ते हुए संक्रमण को देखते हुए देश के लगभग 70% भागों में पहले ही या तो लॉकडाउन लागू हो चुका था या लॉकडाउन जैसी स्थिति बन चुकी थी। ऐसे में क्या कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी यह कहना चाहती हैं कि कांग्रेस की उनकी ही राज्य सरकारों ने बिना किसी तैयारी के अपने–अपने राज्यों में लॉकडाउन घोषित कर दिया?
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने तो जनता की सुरक्षा के लिए और राज्यों की ऐसी स्थिति को देखते हुए ही लॉकडाउन को पूरे देश में लागू किया ताकि संक्रमण कम से कम फैले।
श्री नड्डा ने कहा कि कोरोना संकट से निबटने का यह समय राजनीति करने का नहीं, देश की सेवा करने का समय है। सम्पूर्ण विश्व में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत सरकार के प्रयासों की सराहना हो रही है। प्रधानमंत्री जी सभी राज्य सरकारों को साथ लेकर टीम इंडिया के रूप में इस लड़ाई को लड़ रहे हैं। इस कठिन समय में कांग्रेस को एक ज़िम्मेदार राजनीतिक दल के रूप में काम करना चाहिए। ध्यान रहे कि समस्त विश्व भी भारत जैसे विशाल लोकतांत्रिक देश में संपूर्ण लॉकडाउन और इसकी सफलता को आशा भरी नजरों से देख रहा है। साथ ही, मोदी सरकार के प्रयास और देश के 130 नागरिकों का अभियान विश्व को इस संकट से निजात दिलाने में एक नई राह दिखा रहा है लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा इस समय राजनीतिपूर्ण बयान देना दुर्भाग्यपूर्ण, असंवेदनशील और भर्त्सनीय है।
भाजपा अध्यक्ष ने आज बिहार, गुजरात और कर्नाटक के भाजपा अध्यक्षों, संगठन महामंत्रियों, पार्टी पदाधिकारियों, सांसदों, विधायकों एवं जिला अध्यक्षों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से चर्चा की और कोरोना के खिलाफ निर्णायक जीत के लिए दिशा-निर्देश दिए। कार्यक्रम में भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री श्री बी. एल. संतोष भी उपस्थित थे। श्री नड्डा ने देश के पांच करोड़ जरूरतमंद लोगों तक प्रतिदिन भोजन पहुंचाने के पार्टी के देशव्यापी अभियान की समीक्षा की और पार्टी कार्यकर्ताओं से ‘पीएम केयर्स फंड’ में ₹100 के योगदान को जन अभियान के रूप में आगे बढ़ाने का निवेदन किया। उन्होंने कार्यकर्ताओं से देश की जनता को लगातार जागरुक करते रहने का आह्वान भी किया। उन्होंने देश की जनता को श्रीरामनवमी और चैत्र नवरात्र की बधाई देते हुए कहा कि ये पावन उत्सव हमें याद दिलाते हैं एवं राह दिखाते हैं कि अच्छाई सदैव ही बुराई पर विजय प्राप्त करती है। हमारा संघर्ष भी रंग लाएगा और देश व दुनिया को जल्द ही कोरोना संक्रमण की महामारी से निजात मिलेगी।
(महेंद्र पांडेय)
कार्यालय सचिव