Press Release

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा जी का बाबासाहब भीमराव अंबेडकर जी की जयंती पर पार्टी कार्यकर्ताओं को संदेश 

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Date: 14/04/2020



भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा ने आज भारत रत्न बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जी की जयंती के अवसर पर उनके चित्र पर माल्यार्पण और पुष्पार्चन कर श्रद्धांजलि अर्पित की और पार्टी कार्यकर्ताओं को सेवा और समर्पण भाव से मानवता की सेवा करने का संदेश दिया।

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भारतीय जनता पार्टी के करोड़ों कार्यकर्ताओं की ओर से मैं आज बाबासाहब को नमन करता हूँ एवं आज के दिन हम सभी पार्टी कार्यकर्ता संकल्पित भाव से बाबासाहब के आदर्शों एवं विचारों को अपने जीवन में उतारने का प्रण लेते हैं।

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आज हर भाजपा कार्यकर्ता का यह दायित्व है कि इस महामारी के दौर में शारीरिक दूरी की मर्यादा का पालन करते हुए हम समाज के उस तबके को मदद पहुंचाएं जो बुनियादी सुविधाओं के अभाव में कष्ट में हैं। आज यदि हम अपने दायित्वों का निर्वहन इस परिस्थितिजन्य जरूरतों के अनुरूप करते हैं तो यह बाबासाहब के प्रति हमारी सर्वोत्तम श्रद्धांजलि होगी।

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बाबासाहब ने भावी भारत के लिए जिन कार्यों को पूरा करने का स्वप्न देखा था, उन सबको आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने पूरा किया है। आज भी हमारी मोदी सरकार बाबासाहब के बताये रास्ते पर चलते हुए सर्वसमाज के कल्याण के लिए काम कर रही है।

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भारतीय जनता पार्टी की पंचनिष्ठा के सिद्धांतों में समतामूलक एवं शोषण मुक्त समाज की परिकल्पना है और आज जब प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में मोदी सरकार आई है तो उसने अपनी नीतियों, कार्यों और योजनाओं के माध्यम से इसके लिए काम किया है।

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सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक, शैक्षणिक, धार्मिक, ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और संवैधानिक क्षेत्रों में श्रद्धेय बाबासाहब का योगदान अविस्मरणीय है। आधुनिक भारत के निर्माण में बाबासाहब का योगदान एवं उनकी भूमिका के लिए राष्ट्र सदैव उनके प्रति कृतज्ञ रहेगा।

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संविधान सभा के प्रारूप समिति के अध्यक्ष के रूप में समता, समानता, बंधुत्व एवं मानवता आधारित भारतीय संविधान के निर्माण में उनकी प्रभावी भूमिका रही।

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महिलाओं की समाज में समानता तथा उनके गरिमापूर्ण जीवन मूल्यों की स्थापना के लिए लड़ते हुए श्रद्धेय बाबासाहब अंबेडकर जी ने कानून मंत्री से इस्तीफा तक दे दिया था। उनका मानना था कि समाज में जब तक समानता और समता का भाव नहीं आयेगा, तब तक राष्ट्र के विकास में सभी भारतवासियों की भागीदारी तय नहीं हो सकती है।

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समाज की आंतरिक प्रतिकूलताओं के बीच तमाम विरोधियों के बावजूद अपने सैद्धांतिक मूल्यों से समझौता किये बगैर वे उन विषयों को लगातार उठाते रहे जो भारत के उत्थान में बाधक हो सकते थे, इसलिए उन्होंने हमेशा छुआछूत, जातिपाति, ऊँचनीच जैसी सामाजिक कुरीतियों को मिटाने के लिए कार्य किया।

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यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि बाबासाहब के जीवन काल में कांग्रेस पार्टी जो तब मजबूती के साथ सत्ता में थी, उसने तो श्रद्धेय बाबास्हब का यथोचित आदर किया और ही उनको वह सम्मान दिया जो उन्हें मिलना चाहिए था। यह भी दुर्भाग्यपूर्ण ही रहा कि उनके निधन के चार दशक बाद उन्हें भारत रत्न दिया गया।

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बाबासाहब से जुड़े स्थलों को पंचतीर्थ बना कर मोदी सरकार ने यह सिद्ध कर दिया है कि बाबासाहब के प्रति हमारा दृष्टिकोण, उनकी प्रेरणा को प्राप्त कर समाज के वंचित, शोषित तथा पिछड़ों के स्तर को उठाना है। हमारे लिए बाबासाहब आदर्श हैं और रहेंगे। हम सदैव श्रद्धेय बाबासाहब अंबेडकर जी के बताये रास्ते पर चलते रहेंगे।

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भारत रत्न बाबासाहब भीमराव अंबेडकर जी को नमन करते हुए मैं भारतीय जनता पार्टी के लाखोंकरोड़ों कार्यकर्ताओं से आह्वान करता हूँ कि हम सब बाबासाहब के जीवन को अपने जीवन का आदर्श मान कर कार्य में जुटें तथा हम समतामूलक समाज बनाने एवं सबको साथ लेकर चलने के सिद्धांत के प्रति कटिबद्ध होकर उसे आगे बढ़ाने के लिए कार्यरत हों।

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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा ने आज अपने निवास स्थान पर भारत रत्न बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जी की जयंती के अवसर पर उनके चित्र पर माल्यार्पण और पुष्पार्चन कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और इस अवसर पर उन्होंने पार्टी के करोड़ों कार्यकर्ताओं को सेवा और समर्पण भाव से मानवता की सेवा करने का संदेश दिया।

श्री नड्डा ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संदेश देते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी के करोड़ों कार्यकर्ताओं की ओर से मैं आज बाबासाहब को नमन करता हूँ एवं आज के दिन हम सभी पार्टी कार्यकर्ता संकल्पित भाव से बाबासाहब के आदर्शों एवं विचारों को अपने जीवन में उतारने का प्रण लेते हैं।

उन्हों ने कहा कि बाबा साहब अंबेडकर अत्यंत ही मेधावी छात्र थे और उनका चयन 1913 में अमेरिकाकी कोलंबिया यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के लिए हो गया था जहां से उन्होंने राजनीति विज्ञान में स्नातक किया।

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि बाबासाहब अंबेडकर का व्यक्तित्व बहुआयामी था। उन्होंने अपने जीवन के 65 वर्षों कई बड़े कार्य किये। सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक, शैक्षणिक, धार्मिक, ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और संवैधानिक क्षेत्रों में श्रद्धेय बाबासाहब का योगदान अविस्मरणीय है। आधुनिक भारत के निर्माण में बाबासाहब का योगदान एवं उनकी भूमिका के लिए राष्ट्र सदैव उनके प्रति कृतज्ञ रहेगा। एक भाजपा कार्यकर्ता के रूप में हम सबको बाबासाहब के संघर्ष एवं उनके राजनैतिक, सामाजिक एवं आर्थिक सुधारों के लिए किये गए कार्यों से प्रेरणा भी मिलती है। संविधान सभा के प्रारूप समिति के अध्यक्ष के रूप में समता, समानता, बंधुत्व एवं मानवता आधारित भारतीय संविधान के निर्माण में उनकी प्रभावी भूमिका रही।

श्री नड्डा ने कहा कि महिलाओं की समाज में समानता तथा उनके गरिमापूर्ण जीवन मूल्यों की स्थापना के लिए लड़ते हुए श्रद्धेय बाबासाहब अंबेडकर जी ने कानून मंत्री से इस्तीफा तक दे दिया था। उनका मानना था कि समाज में जब तक समानता और समता का भाव नहीं आयेगा, तब तक राष्ट्र के विकास में सभी भारतवासियों की भागीदारी तय नहीं हो सकती है।

माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि बाबासाहब भीमराव अंबेडकर एक दूरदर्शी व्यक्तित्व थे तथा वे राष्ट्र के उत्थान के लिए आजीवन प्रयासरत रहे। समाज की आंतरिक प्रतिकूलताओं के बीच तमाम विरोधियों के बावजूद अपने सैद्धांतिक मूल्यों से समझौता किये बगैर वे उन विषयों को लगातार उठाते रहे जो भारत के उत्थान में बाधक हो सकते थे, इसलिए उन्होंने हमेशा छुआछूत, जातिपाति, ऊँचनीच जैसी सामाजिक कुरीतियों को मिटाने के लिए कार्य किया। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि बाबासाहब के जीवन काल में कांग्रेस पार्टी जो तब मजबूती के साथ सत्ता में थी, उसने तो श्रद्धेय बाबास्हब का यथोचित आदर किया और ही उनको वह सम्मान दिया जो उन्हें मिलना चाहिए था। यह भी दुर्भाग्यपूर्ण ही रहा कि उनके निधन के चार दशक बाद उन्हें भारत रत्न दिया गया। देश में राजनीतिक हवा बदली और जब देश की जनता ने भाजपा को जनादेश सौंपा, तब पहले श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी के दौर में भी और अब प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के दौर में बाबासाहब के संकल्पों को पूरा करने का चरणबद्ध और सुनियोजित प्रयास भारतीय जनता पार्टी की सरकारों द्वारा किया गया चाहे वह श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की सरकार में आरक्षण में सुधार लाना हो या प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की सरकार में गरीब, पिछड़ा, वंचित एवं दलित समाज के लिए आर्थिक, सामाजिक एवं संवैधानिक सुधारों का विषय हो। बाबासाहब ने भावी भारत के लिए जिन कार्यों को पूरा करने का स्वप्न देखा था, उन सबको आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने पूरा किया है। आज भी हमारी मोदी सरकार बाबासाहब के बताये रास्ते पर चलते हुए सर्वसमाज के कल्याण के लिए काम कर रही है।

श्री नड्डा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की पंचनिष्ठा के सिद्धांतों में समतामूलक एवं शोषण मुक्त समाज की परिकल्पना है और आज जब प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में मोदी सरकार आई है तो उसने अपनी नीतियों, कार्यों और योजनाओं के माध्यम से इसके लिए काम किया है। बाबासाहब से जुड़े स्थलों को पंचतीर्थ बना कर मोदी सरकार ने यह सिद्ध कर दिया है कि बाबासाहब के प्रति हमारा दृष्टिकोण, उनकी प्रेरणा को प्राप्त कर समाज के वंचित, शोषित तथा पिछड़ों के स्तर को उठाना है। हमारे लिए बाबासाहब आदर्श हैं और रहेंगे। हम सदैव श्रद्धेय बाबासाहब अंबेडकर जी के बताये रास्ते पर चलते रहेंगे।

माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि आज देश एक कथित परिस्थिति से गुजर रहा है और COVID-19 महामारी ने तमाम जनजीवन के क्रियाकलापों को प्रभावित किया है। ऐसे में आज जब हम बाबासाहब को याद कर रहे हैं तो उनके जीवन के संघर्षों तथा समाज के पीड़ित एवं वंचित लोगों के प्रति उनकी संवेदना से हमें प्रेरणा लेने की जरूरत है। आज हर भाजपा कार्यकर्ता का यह दायित्व है कि इस महामारी के दौर में शारीरिक दूरी की मर्यादा का पालन करते हुए हम समाज के उस तबके को मदद पहुंचाएं जो बुनियादी सुविधाओं के अभाव में कष्ट में हैं। आज यदि हम अपने दायित्वों का निर्वहन इस परिस्थितिजन्य जरूरतों के अनुरूप करते हैं तो यह बाबासाहब के प्रति हमारी सर्वोत्तम श्रद्धांजलि होगी। भारत रत्न बाबासाहब भीमराव अंबेडकर जी को नमन करते हुए मैं भारतीय जनता पार्टी के लाखोंकरोड़ों कार्यकर्ताओं से आह्वान करता हूँ कि हम सब बाबासाहब के जीवन को अपने जीवन का आदर्श मान कर कार्य में जुटें तथा हम समतामूलक समाज बनाने एवं सबको साथ लेकर चलने के सिद्धांत के प्रति कटिबद्ध होकर उसे आगे बढ़ाने के लिए कार्यरत हों।

(महेंद्र पांडेय)

कार्यालय सचिव

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