आध्यात्मिक संगठन ब्रह्म कुमारी सेवा संस्थान की आध्यात्मिक प्रमुख, मुख्य प्रशासिका एवं स्वच्छ भारत मिशन की ब्रांड एंबेसेडर राजयोगिनी दादी जानकी जी के निधन का समाचार सुनकर अत्यंत दुखी हूँ। दादी जी ने अपना संपूर्ण जीवन मानवता की सेवा एंव अध्यात्म के प्रचार – प्रसार में अर्पित कर दिया।
बचपन से भक्ति भाव के संस्कार में पली बढ़ी दादी ने योग के जरिए विश्व के 140 से अधिक देशों में भारतीय संस्कृति, मानवीय मूल्यों और राजयोग का संदेश दिया और ब्रह्माकुमारी केंद्रों की स्थापना की। इस दौरान उन्होंने लाखों लोगों के अंदर आध्यात्मिक चिंतन की इच्छा और मानव संस्कार के बीज बोए। महिला सशक्तिकरण की दिशा में उनके योगदान सदैव याद किये जायेंगे। उन्होंने समाज को सकारात्मक और सही दिशा दिखाई। उनके निधन से संपूर्ण विश्व के आध्यात्मिक एवं सामाजिक क्षेत्र में एक ऐसा गहरा शून्य उत्पन्न हुआ है जिसकी भरपाई नामुमकिन है। उनका निधन मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है।
दुःख की इस घड़ी में मैं स्वयं एवं पार्टी कार्यकर्ताओं की ओर से उनके निधन पर अपनी गहरी संवेदना प्रकट करता हूँ। इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके अनगिनत अनुयायियों के साथ हैं। ॐ शांति, शांति, शांति।
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