श्रद्धेय बलराम दास टंडन जी का जीवन हम सबके लिए प्रेरणा का अहम् स्रोत है। आज हमें इस बात का गर्व है कि जिन बातों को लेकर वे चले थे, उन्हें नीतियों के रूप में गरीब लोगों तक पहुंचाने का काम प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी समर्पण भाव से कर रहे हैं।
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मोदी सरकार ने अंत्योदय को जमीन पर साकार कर दिखाया है। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में हर योजना में सामाजिक परिवर्तन का भाव, अंत्योदय की भावना और समाज के अंतिम पायदान पर खड़े लोगों के सशक्तिकरण की चाह है।
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श्रद्धेय बलराम दास टंडन जी जब सामाजिक और राजनीतिक जीवन में आये तो उनके पास पाने के लिए कुछ भी नहीं था लेकिन खोने के लिए सब कुछ था पर, विचारधारा की लड़ाई के लिए उन्होंने चुनौतियों को स्वीकार किया और विचारधारा के दीये को घर–घर जलाने का काम किया
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आपातकाल के खिलाफ श्रद्धेय टंडन जी के संघर्ष को भुलाया नहीं जा सकता। आपातकाल के पहले ही दिन उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। उन पर MISA और DIR लगाया गया लेकिन वे अपनी विचारधारा से डिगे नहीं। उनका मानना था कि विपरीत परिस्थितियों में से रास्ता निकालने की कला ही तो जीवन है।
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प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व समाज के गरीब, शोषित और वंचित लोगों के लिए महात्मा गाँधी और पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के सपनों को केंद्र सरकार जिस कृतित्व के साथ जमीन पर लागू कर रही है, वह अभूतपूर्व है।
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उज्ज्वला योजना और स्वच्छ भारत अभियान ने न केवल महिलाओं को स्वाभिमान और सम्मान के साथ जीने की राह दिखाई बल्कि उनके सामाजिक सशक्तिकरण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
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कोविड-19 के संक्रमण काल में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश के गरीबों, महिलाओं, किसानों, दिव्यांगों, बुजुर्गों और विधवाओं को सम्मान से जीने का अधिकार दिया है एवं उनका आर्थिक सशक्तिकरण किया है।
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देश के लगभग 80 करोड़ लोगों के लिए मार्च से नवंबर तक के मुफ्त राशन की व्यवस्था की गई है। कुल मिलाकर प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के लिए 1.70 लाख करोड़ रुपये और आत्मनिर्भर भारत अभियान के लिए 20 लाख करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है।
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यूपीए सरकार के दौरान मनरेगा जहां घोटालों का अड्डा बन गया था वहीं आज इसके माध्यम से रोजगार के साथ–साथ एसेट्स का भी निर्माण हो रहा है।
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कांग्रेस की यूपीए सरकार के दौरान मनरेगा में समय पर केवल 34% फंड ही निर्गत होते थे जबकि आज 99% फंड समय पर जारी किये जा रहे हैं। मनरेगा के बजट को भी बढ़ा कर एक लाख करोड़ रुपये कर दिया गया है।
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आयुष्मान भारत योजना ने देश के गरीबों को बहुत बड़ा संबल प्रदान किया है। अब तक एक करोड़ से अधिक लोग इससे लाभान्वित हो चुके हैं और इस पर लगभग 13,000 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं।
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प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत विश्व की एक बड़ी शक्ति बन कर उभरा है और दुनिया ने भारत का लोहा माना है। पूरी दुनिया ने कोविड-19 के खिलाफ निर्णायक लड़ाई के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व की सराहना की है।
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जब कांग्रेस की इंदिरा गाँधी सरकार ने लोकतंत्र पर कुठाराघात करते हुए देश पर आपातकाल थोपा था तो पहले ही दिन श्री टंडन को गिरफ्तार कर लिया गया था। उन्हें 19 महीनों तक जेल की सीखचों के पीछे रहना पड़ा। उनपर MISA और DIR लगाया गया लेकिन उन्होंने जेल से ही समाज को जागृत करने का कार्य जारी रखा। उनका मानना था कि विपरीत परिस्थितियों में से रास्ता निकालने की कला ही तो जीवन है।
श्री नड्डा ने श्रद्धेय टंडन जी के साथ जीवन के कुछ प्रसंगों को साझा करते हुए कहा कि जब मैं भाजपा का राष्ट्रीय महासचिव बना तो उन्होंने कहा कि मैं तुमसे मिलने आ रहा हूँ। मैंने कई बार उन्हें कहा कि मैं आपके पास आ जाता हूँ लेकिन उन्होंने नहीं माना और कार्यालय में आये और पार्टी के प्रति अपनी सोभारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा ने आज पंजाब विश्वविद्यालय के तत्वाधान में आयोजित द्वितीय बलराम दास टंडन स्मृति व्याख्यानमाला को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित किया और स्वर्गीय बलराम दास टंडन जी के जीवन को व्यापक सामाजिक और आर्थिक दृष्टिकोण का प्रेरणास्रोत बताया। इस कार्यक्रम में पंजाब भाजपा के अध्यक्ष श्री अश्वनी शर्मा सहित बड़ी संख्या में चंडीगढ़, पंजाब और देश के कोने-कोने से बुद्धिजीवी वर्चुअली जुड़े।
श्री नड्डा ने कहा कि श्रद्धेय बलराम दास टंडन जी का जीवन हम सबके लिए प्रेरणा का अहम् स्रोत है। यह मेरा सौभाग्य है कि मेरा उनके साथ काफी घनिष्ठ संबंध था। उनका मुझ पर विशेष स्नेह सदैव बना रहा। वे पार्टी के प्रथम पीढ़ी के नेताओं में से थे। वे छः बार पंजाब विधानसभा में विधायक रहे और पंजाब के उप-मुख्मयंत्री भी रहे। वे विधान सभा में विपक्ष के नेता भी रहे। उन्होंने छत्तीसगढ़ के राज्यपाल के रूप में भी अपनी सेवायें दीं। जब वे सामाजिक और राजनीतिक जीवन में आये तो उनके पास पाने के लिए कुछ भी नहीं था जबकि खोने को सब कुछ था लेकिन विचारधारा की लड़ाई के लिए राष्ट्र सेवा हेतु उन्होंने चुनौतियों को स्वीकार किया। वे जन संघ के संस्थापक सदस्यों में से थे। तब तो जन संघ के सत्ता में आने का का कोई सवाल ही नहीं था लेकिन उन्होंने विचारधारा को अपना आदर्श बनाया और उसी के साथ संकल्पित भाव से समाज और राष्ट्र के उत्थान में लगे रहे। उन्होंने जन संघ के सदस्य के रूप में विचारधारा के दीये को घर–घर में जलाने का काम किया।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि पंजाब की राजनीति में श्रद्धेय बलराम दास टंडन जी का काफी महत्वपूर्ण स्थान रहा है।च को मुझसे साझा किया। तब तक उन्होंने सक्रिय राजनीतिक जीवन से संन्यास का एलान कर दिया था। यह दर्शाता है कि जीवन के अंतिम पड़ाव में भी वे पार्टी के प्रति कितने समर्पित थे। एक दूसरे वाकये का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव के रूप में एक बार छत्तीसगढ़ जाना हुआ। श्रद्धेय टंडन जी उस समय छत्तीसगढ़ के राज्यपाल थे। शाम को उनका फोन आया कि छत्तीसगढ़ आये हो लेकिन अपने घर आये बगैर ही चले जाओगे क्या? उन्होंने कहा कि पिता-पुत्र के बीच भी कोई प्रोटोकॉल होता है क्या। ऐसा बड़प्पन था उनका। मैं अगले दिन जाकर उनसे मिला और कई विषयों पर उनका मार्गदर्शन मिला। श्रद्धेय टंडन जी की दूरदृष्टि काफी व्यापक थी। दूसरे दलों के नेता भी उनके स्वभाव और मार्गदर्शन के कायल थे।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि जिस सोच और विचार को लेकर श्रद्धेय बलराम दास टंडन जी ने अपना पूरा जीवन जन सेवा में समर्पित कर दिया था, आज प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में उस सोच और विचार को नीतियों में जमीन पर साकार हो रहा है। जब भी विचारधारा की बात आती है तो महात्मा गाँधी और पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी का स्मरण आवश्यक हो जाता है। महात्मा गाँधी जी का कहना था कि सरकार के हर निर्णय में सबसे अंतिम जगह खड़े और सबसे गरीब व्यक्ति को लाभ मिलना चाहिए। इसी तरह पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी ने अंत्योदय का सिद्धांत प्रतिपादित किया। उनके अनुसार सरकार कोई नीति बनाए तो यह ध्यान अवश्य रखे कि समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को इससे कितनी ताकत मिलती है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में विचारधारा पर चलते हुए समाज के गरीब, शोषित और वंचित लोगों के लिए महात्मा गाँधी और पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के सपनों को केंद्र सरकार जिस कृतित्व के साथ जमीन पर लागू कर रही है, वह अभूतपूर्व है।
श्री नड्डा ने कहा कि मोदी सरकार ने अंत्योदय को जमीन पर साकार कर दिखाया है। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में हर योजना में सामाजिक परिवर्तन का भाव, अंत्योदय की भावना और समाज के अंतिम पायदान पर खड़े लोगों के सशक्तिकरण की चाह है। उज्ज्वला योजना और स्वच्छ भारत अभियान ने न केवल महिलाओं को स्वाभिमान और सम्मान के साथ जीने की राह दिखाई बल्कि उनके सामाजिक सशक्तिकरण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 8 करोड़ से अधिक गरीब महिलाओं को गैस कनेक्शन दिया गया और 10 करोड़ से अधिक शौचालयों का निर्माण हुआ। 2014 से पहले देश केवल 36% ओडीएफ था, आज यह लगभग शत प्रतिशत हो गया है। आजादी के 70 साल बाद भी बिजली से वंचित 18,000 से अधिक गाँवों में बिजली पहुंचाई गई और सौभाग्य योजना के तहत देश के घर-घर में बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित की गई। मोदी सरकार ने 32 करोड़ एलईडी बल्ब, 71 लाख एलईडी ट्यूब्स और लगभग 23.27 लाख एनर्जी एफिसियेंट फैन्स का वितरण किया जिससे लगभग 47.09 किलोवाट ऑवर बिजली की बचत हुई है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि कोविड-19 के संक्रमण काल में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश के गरीबों, महिलाओं, किसानों, दिव्यांगों, बुजुर्गों और विधवाओं को सम्मान से जीने का अधिकार दिया है एवं उनका आर्थिक सशक्तिकरण किया है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के रूप में देश के लगभग 8.64 करोड़ किसानों को 6,000 रुपये की आर्थिक कृषि सहायता दी जा रही है। अप्रैल 2020 में इस योजना की अग्रिम क़िस्त जारी की गई और अभी कुछ दिन पहले ही इसकी छठी क़िस्त जारी की गई है। 20 करोड़ महिला जन-धन खाता धारकों के लिए 500 रुपये की तीन किस्त अर्थात 1,500 रुपये जारी किये गए हैं। दिव्यांगों, बुजुर्गों और विधवाओं को 1000 रुपये की आर्थिक सहायता दी गई है। 8 करोड़ गरीब महिलाओं को तीन मुफ्त गैस सिलिंडर दिए गए हैं। देश के लगभग 80 करोड़ लोगों के लिए मार्च से नवंबर तक के मुफ्त राशन की व्यवस्था की गई है। कुल मिलाकर प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के लिए 1.70 लाख करोड़ रुपये और आत्मनिर्भर भारत अभियान के लिए 20 लाख करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है। आत्मनिर्भर योजना के तहत एमएसएमई सेक्टर के लिए तीन लाख करोड़ रुपये के कोलेटरल फ्री लोन की व्यवस्था की गई जिसमें से एक लाख करोड़ से अधिक के लोन की मंजूरी दी जा चुकी है। एक लाख करोड़ रुपये के कृषि के आधारभूत ढाँचे के विकास के लिए रखे गए हैं। साथ ही, 50 लाख स्ट्रीट वेंडर्स को भी 10 हजार रुपये की गारंटी–फ्री ऋण दी जा रही है।
श्री नड्डा ने कहा कि 2014 तक देश में केवल पौने तीन करोड़ बैंक एकाउंट थे जबकि आज मोदी सरकार में अब तक लगभग 35 करोड़ से अधिक जन-धन खाते खोले जा चुके हैं। यूपीए सरकार के दौरान मनरेगा जहां घोटालों का अड्डा बन गया था वहीं आज इसके माध्यम से रोजगार के साथ–साथ एसेट्स का भी निर्माण हो रहा है। कांग्रेस की यूपीए सरकार के दौरान मनरेगा में समय पर केवल 34% फंड ही निर्गत होते थे जबकि आज 99% फंड समय पर जारी किये जा रहे हैं। मनरेगा के बजट को भी बढ़ा कर एक लाख करोड़ रुपये कर दिया गया है। पूरी दुनिया ने कोविड-19 के खिलाफ निर्णायक लड़ाई के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व की सराहना की है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत विश्व की एक बड़ी शक्ति बन कर उभरा है और दुनिया ने भारत का लोहा माना है। आयुष्मान भारत योजना ने देश के गरीबों को बहुत बड़ा संबल प्रदान किया है। यह विश्व की सबसे बड़ी हेल्थ कवरेज है जिसके तहत देश के लगभग 55 करोड़ लोगों को पांच लाख रुपये तक का वार्षिक स्वास्थ्य बीमा दिया जा रहा है। अब तक एक करोड़ से अधिक लोग इससे लाभान्वित हो चुके हैं और इस पर लगभग 13,000 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं। आज भारतीय जनता पार्टी के एक–एक कार्यकर्ता को इस बात की खुशी है कि जिन बातों को लेकर श्रद्धेय बलराम दास टंडन जी चले थे, उन्हें नीतियों के रूप में गरीब लोगों तक पहुंचाने का काम प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी समर्पण भाव से कर रहे हैं।