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Salient points of speech : BJP National President Shri J.P. Nadda while addressing BJP Kisan Morcha Executive Meeting in Gurugram (Haryana).

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Date: 19/12/2021



भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा जी द्वारा गुरुग्राम (हरियाणा) में आयोजित भाजपा किसान मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में दिए गए उद्बोधन के मुख्य बिंदु

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा जी ने आज रविवार को गुरुग्राम (हरियाणा) में आयोजित भाजपा किसान मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक को संबोधित किया और माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में कृषि एवं किसान कल्याण के लिए उठाये गए विशेष क़दमों की विस्तृत चर्चा करते हुए किसान मोर्चा के पदाधिकारियों से इसे जन-जन तक पहुंचाने का आह्वान किया। इस बैठक में केंद्रीय कृषि मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर, पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महासचिव श्री बी एल संतोष और भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री राजकुमार चाहर सहित किसान मोर्चा के सभी राष्ट्रीय पदाधिकारी उपस्थित थे।

माननीय श्री जगत प्रकाश नड्डा जी ने अपने उद्बोधन में किसान मोर्चा द्वारा किए जा रहे कार्यक्रमों किसान ट्रैक्टर रैली, सेवा ही संगठन के तहत हेल्प डेस्क लगाने, यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के जन्मदिन को किसान जवान सम्मान दिवस के रूप में मनाने के लिए भाजपा किसान मोर्चा को बधाई व शुभकामनाएं दी। साथ ही, उन्होंने किसान कल्याण में हितों के लिए प्रतिबद्ध यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार को भी “आत्मनिर्भर किसान, आत्मनिर्भर भारत” बनाने के लिए अनेक योजनाओं जैसे सॉइल हेल्थ कार्ड, प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना, प्रधानमंत्री किसान फसल बीमा योजना, नीम कोटेड यूरिया, प्रधानमंत्री मानधन योजना आदि क़दमों के लिए साधुवाद दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा नीत केंद्र सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता में किसान कल्याण हैं। श्री नड्डा ने गौ-आधारित प्राकृतिक खेती के संदर्भ में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की पहल का स्वागत किया उन्होंने प्राकृतिक खेती पर किसान मोर्चा को देश भर में सेमिनार कराने हेतु सुझाव भी दिए।

श्री नड्डा ने कहा कि किसान मोर्चा को देश के सभी किसानों तक पहुंचने का कार्यक्रम तैयार करना चाहिए। किसान मोर्चा को एक आंदोलन बनना चाहिए और माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में देश भर में हो रहे कृषि सुधार और किसान कल्याण की योजनाओं को किसानों तक पहुंचाना है।

श्री नड्डा ने कहा कि किसानों का हितैषी होने का दंभ भरने का दावा आज कल के कई नेता करते हैं लेकिन किसानों के लिए जब काम करने की बारी आई तो कृषि एवं किसानों के विकास के लिए जो कार्य प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने किया, वह आज तक किसी ने भी नहीं किया। आजादी के 70 सालों में कृषि सुधार एवं किसान कल्याण के लिए जो कार्य नहीं हो पाए, उससे कहीं अधिक कार्य पिछले 7 वर्षों में माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने किया है।

माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस की यूपीए सरकार के समय देश का कृषि बजट महज 23,000 करोड़ रुपये का था जबकि आज यह 1,23,000 करोड़ रुपये का है। पहले चुनाव आते ही कांग्रेस पार्टी किसानों की कर्ज माफी का राग अलापने लगती थी लेकिन कांग्रेस की यूपीए सरकार के दस वर्षों में केवल एक बार ही किसानों का कर्ज माफ़ हुआ, वह भी केवल 57 हजार करोड़ रुपये जबकि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने केवल किसान सम्मान निधि में ही अब तक 1.55 लाख करोड़ रुपये से अधिक की राशि देश के 10 करोड़ से अधिक किसानों के खाते में पहुंचा दी है। आज करोड़ों किसानों को फसल बीमा का लाभ मिल रहा है, स्वायल हेल्थ कार्ड का लाभ मिल रहा है, किसान मानधन योजना के तहत किसानों के लिए मासिक पेंशन की व्यवस्था हुई है और डीएपी खाद पर प्रति बोरी 12,00 रुपये की सब्सिडी दी जा रही है। हमारी सरकार ने एमएसपी पर कमिटी बनाई है लेकिन यह प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी सरकार है जिनसे स्वामीनाथन कमिटी की सिफारिशों को लागू किया और एमएसपी को लागत के डेढ़ गुने से भी ज्यादा किया जबकि कांग्रेस वर्षों तक इस विषय को ठंडे बस्ते में डाल चुकी थी। इस बार रिकॉर्ड मात्रा में एमएसपी पर खरीद भी हुई है और भुगतान भी।

श्री नड्डा ने किसान मोर्चा के पदाधिकारियों का आह्वान करते हुए कहा कि हमें किसानों तक पहुँचने की योजना बनानी चाहिए और श्री नरेन्द्र मोदी सरकार की उपलब्धियों खासकर कृषि क्षेत्र में उठाये गए क़दमों की बुकलेट भी तैयार करके वितरण करना चाहिए। हमें कृषि वैज्ञानिकों के साथ भी जुड़ना चाहिए। प्राकृतिक खेती के संदर्भ में हाल ही में आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने राष्ट्र को संबोधित किया है। हमें इसके बारे में भी किसानों को जागरुक बनाना चाहिए ताकि मिट्टी की उर्वरा शक्ति भी बनी रहे और उत्पादन में भी वृद्धि हो। कृषि इन्फ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाने के लिए आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने एक लाख करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। हमें एफपीओ के लिए किसानों को जोड़ना चाहिए और इस संदर्भ में चिंता करनी चाहिए।

महेंद्र कुमार

(कार्यालय सचिव)

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