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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा द्वारा भाजपा के केंद्रीय कार्यालय में भारत रत्न डॉ बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जी की पुण्यतिथि पर आयोजित संगोष्ठी में दिए गए उद्बोधन के मुख्य बिंदु

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Date: 06/12/2019



बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने राष्ट्र के प्रति समर्पण भाव से सभी विषमताओं, बाधाओं को पार करते हुए राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक जीवन को एक नई दिशा देने का कार्य किया। संपूर्ण राष्ट्र अपने महान सपूत का ऋणी रहेगा

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प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के बताये रास्ते पर चलने को कृतसंकल्पित है। बहुआयामी प्रतिभा के धनी बाबा साहब ने विषम परिस्थितियों में स्वयं तो अन्याय सहा लेकिन समग्र राष्ट्र के लिए न्याय को दिशा दी

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संविधान पढ़ने से पता चलता है कि किस तरह बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने सदियों की संवैधानिक, सामाजिक और आर्थिक समस्याओं का समाधान तो किया ही, साथ ही साथ, उन्होंने आने वाली कई सदियों की समस्याओं के निराकरण का रास्ता भी संविधान के माध्यम से सुझाया

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संसद को एक नई दृष्टि देने वाले बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के खिलाफ कांग्रेस पार्टी ने न केवल उम्मीदवार खड़ा किया बल्कि उन्हें संसद में आने से रोकने के लिए बाधाएं भी उत्पन्न की। यह भाजपा की मोदी सरकार है जो उनके सिद्धांतों और सपनों को पूरा करने का प्रयास कर रही है

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प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने भारत रत्न बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जी की याद में 26 नवंबर 2015 को संविधान दिवस घोषित किया और इस अवसर पर संसद में भी डिबेट हुए, इस बार संसद में संयुक्त सत्र का आह्वान किया गया

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ‘सबका साथ, सबका विकास’ के एजेंडे के साथ “न्यू इंडिया” के निर्माण की संकल्पना को साकार करने के अभियान को तेजी से आगे बढ़ा रहे हैं

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समाज के दलित, वंचित और शोषित सदैव भारतीय जनता पार्टी के एजेंडे में सबसे ऊपर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्र सरकार बाबा साहेब के संघर्षों, त्याग और बलिदान की गाथा को जन-जन तक पहुंचाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है

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मोदी सरकार में, आजादी के बाद पहली बार, बाबा साहेब की स्मृति में पंचतीर्थ का निर्माण किया गया है। मैं सभी पार्टी कार्यकर्ताओं से आग्रह करना चाहता हूँ कि आप बाबा साहब से जुड़े पंचतीर्थ के दर्शन जरूर करें और उनके संदेशों को आत्मसात करते हुए दूर-दूर पहुंचाएं

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मुझे इस बात की ख़ुशी है कि भाजपा की अनुसूचित जाति एवं जनजाति मोर्चा ने बाबा साहब के संदेशों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए काफी कुछ किया है और इस दिशा में 26 नवंबर 2019 से 06 दिसंबर, 2019 तक एक देशव्यापी कार्यक्रम चलाया है। इसके लिए मैं श्री विनोद सोनकर जी एवं उनकी पूरी टीम को साधुवाद देता हूँ

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समाज में ऐसी बहुत सारी ताक़तें हैं जो राष्ट्रवादी ताकतों और बाबा साहब की विचारधारा को कमजोर करने का कुचक्र रच रहे हैं। हमें बाबा साहब के जीवन से प्रेरणा लेते हुए ऐसे कार्यक्रम हाथ में लेने चाहिए ताकि हम समाज को सामाजिक समरसता के सूत्र में पिरोकर आगे बढ़ा सकें

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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा ने आज शुक्रवार को संविधान निर्माता भारत रत्न डॉ बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जी की 63वीं परिनिर्वाण दिवस पर पार्टी के नई दिल्ली स्थित केन्द्रीय कार्यालय में बाबा साहब को अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की और इस अवसर पर भाजपा अनुसूचित जाति – जनजाति मोर्चा के तत्वावधान में आयोजित एक संगोष्ठी को भी संबोधित किया। कार्यक्रम को वरिष्ठ भाजपा नेता एवं केंद्रीय सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री श्री थावरचंद गहलोत जी एवं भाजपा अनुसूचित जाति-जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री विनोद सोनकर जी ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ राजकुमार फलवरिया जी ने किया।

श्री नड्डा ने कहा कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर बहुआयामी प्रतिभा के धनी थे। उन्होंने विषम परिस्थितियों में स्वयं तो अन्याय सहा लेकिन समग्र राष्ट्र के लिए न्याय को दिशा दी। उन्होंने राष्ट्र के प्रति समर्पण भाव से सभी विषमताओं, बाधाओं को पार करते हुए राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक जीवन को एक नई दिशा देने का कार्य किया। संपूर्ण राष्ट्र अपने महान सपूत का ऋणी रहेगा।

कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा कि बाबा साहब न केवल एक विधिवेत्ता, दार्शनिक और विचारक थे बल्कि एक महान समाजशास्त्री और अर्थशास्त्री भी थे। उन्होंने ‘इवोल्यूशन ऑफ पब्लिक फाइनेंस इन ब्रिटिश इंडिया’ नाम से एक पुस्तक भी लिखी थी और ‘द प्रॉब्लम ऑफ इंडियन रूपी’ आलेख भी लिखा था। बहुत कम समय में ही इतने विविधताओं से भरे इस राष्ट्र के संविधान का निर्माण सुनिश्चित किया। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि कभी भी मौक़ा मिले तो संविधान के किसी भी पन्ने को जरूर पढ़ें, तब पता चलेगा कि किस तरह बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने सदियों की संवैधानिक, सामाजिक और आर्थिक समस्याओं का समाधान तो किया ही लेकिन साथ ही साथ, उन्होंने आने वाली कई सदियों की समस्याओं के निराकरण का रास्ता भी संविधान के माध्यम से सुझाया। ड्राफ्टिंग कमिटी के चेयरमेन के रूप में अपने अंतिम भाषण में उन्होंने संविधान निर्माण का श्रेय खुद न लेकर अपने सहयोगियों को दिया, यही बताता है कि वे अपने आप में कितने महान थे।

श्री नड्डा ने कहा कि इसमें कोई दो राय नहीं है कि बाबा साहब को अपने जीवन काल में कई बार प्रताड़ना का शिकार होना पड़ा लेकिन वे एक सच्चे राष्ट्रभक्त थे। वे अपमानों को सहन करते हुए भी संपूर्ण देश के बारे में सोचा और सामाजिक समरसता और सामाजिक न्याय के लिए लगातार प्रयासरत रहे। कांग्रेस पर बरसते हुए उन्होंने कहा कि संसद को एक नई दृष्टि देने वाले बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के खिलाफ कांग्रेस पार्टी ने न केवल उम्मीदवार खड़ा किया बल्कि उन्हें संसद में आने से रोकने के लिए उनके रास्ते में कांग्रेस ने अनगिनत रोड़े अटकाए। यह भारतीय जनता पार्टी सरकार है जो उनके सिद्धांतों और सपनों को पूरा करने का प्रयास कर रही है।

कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने भारत रत्न बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जी की याद में 26 नवंबर 2015 को संविधान दिवस घोषित किया और इस अवसर पर संसद में भी डिबेट हुए, इस बार संसद में संयुक्त सत्र का आह्वान किया गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ‘सबका साथ, सबका विकास’ के एजेंडे के साथ “न्यू इंडिया” के निर्माण की संकल्पना को साकार करने के अभियान को तेजी से आगे बढ़ा रहे हैं। समाज के दलित, वंचित और शोषित सदैव भारतीय जनता पार्टी के एजेंडे में सबसे ऊपर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्र सरकार बाबा साहेब के संघर्षों, त्याग और बलिदान की गाथा को जन-जन तक पहुंचाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही हैं। बाबा साहेब की स्मृति में पंचतीर्थ का निर्माण किया गया है। इनमें से पहला तीर्थ उनकी जन्मभूमि मऊ (मध्य प्रदेश) में बनाया गया है, दूसरा लंदन में बनाया जा रहा है, जहां बाबा साहब ने वकालत की पढ़ाई की। तीसरा तीर्थ दीक्षाभूमि नागपुर में है। चौथा तीर्थ बाबा साहब की महापरिनिर्वाण स्थल के रूप में दिल्ली में उनको समर्पित है, बाबा साहेब की स्मृति में पांचवां तीर्थ मुंबई में चैतन्य भूमि के नाम से बनाया गया है जबकि इन पुण्य स्मृतियों पर बहुत पहले ही कार्य हो जाना चाहिये था। मैं सभी पार्टी कार्यकर्ताओं से आग्रह करना चाहता हूँ कि आप बाबा साहब से जुड़े पंचतीर्थ के दर्शन जरूर करें और उनके संदेशों को आत्मसात करते हुए दूर-दूर पहुंचाएं।

श्री नड्डा ने कहा कि हमें बाबा साहब के कृतित्व और संदेशों को घर-घर तक पहुंचाना चाहिए। मुझे इस बात की ख़ुशी है कि भाजपा की अनुसूचित जाति एवं जनजाति मोर्चा ने इस दिशा में काफी कुछ किया है और इसके लिए 26 नवंबर 2019 से 06 दिसंबर तक एक देशव्यापी कार्यक्रम चलाया है। इसके लिए मैं श्री विनोद सोनकर जी एवं उनकी पूरी टीम को साधुवाद देता हूँ। मोदी सरकार ने अनुसूचित जाति एवं जनजाति के लोगों के कल्याण के लिए और उन्हें समाज की मुख्यधारा में लाने के लिए दर्जनों इनिशिएटिव उठाये हैं। मुद्रा योजना, स्टार्ट-अप, स्टैंड-अप और स्किल इंडिया से लगातार उनका सशक्तिकरण हो रहा है।

कार्यकारी अध्यक्ष ने कार्यकर्ताओं को आगाह करते हुए कहा कि समाज में ऐसी बहुत सारी ताक़तें हैं जो राष्ट्रवादी ताकतों और बाबा साहब की विचारधारा को कमजोर करने का कुचक्र रच रहे हैं। हमें बाबा साहब के जीवन से प्रेरणा लेते हुए ऐसे कार्यक्रम हाथ में लेंने चाहिए ताकि हम समाज को सामाजिक समरसता के सूत्र में पिरोकर आगे बढ़ा सकें। भारतीय जनता पार्टी बाबा साहब के बताये रास्ते पर चलने को कृतसंकल्पित है और पार्टी कार्यकर्ता भी इसमें बढ़ चढ़ कर भाग ले रहे हैं।

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