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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा द्वारा आज भारतीय बौद्ध संघ के तत्वावधान में CAA 2019 के समर्थन में आयोजित जन-जागरण कार्यक्रम में दिए गए उद्बोधन के मुख्य बिंदु

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Date: 17/01/2020



कांग्रेस के लिए आज भी देश सर्वोपरि नहीं है, उसे अपना वोट बैंक प्यारा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस एंड कंपनी के लिए पहले वोट आता है, राजनीति आती है, देश बाद में आता है जबकि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी और भारतीय जनता पार्टी के लिए देश सबसे पहले आता है

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जो आज नागरिकता संशोधन कानून (CAA) का विरोध कर रहे हैं, वे मूलतः देश को कमजोर करने में लगे हैं। वास्तव में विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है। हालांकि ये उन्हें तय करना है कि उन्हें क्या करना चाहिए लेकिन देश को गुमराह करने का अधिकार किसी को भी नहीं है। देश ऐसे लोगों को माकूल जवाब देगा

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कांग्रेस ने भाषण दिए, राजनीतिक रोटियाँ सेंकी लेकिन शरणार्थियों का भला नहीं किया। कांग्रेस के नेता दलित हितैषी होने का ढोंग करते हैं लेकिन दलितों की चिंता नहीं करते। इन शरणार्थियों में लगभग 70% से अधिक दलित हैं लेकिन इनका दर्द कांग्रेस और उसकी सहयोगी पार्टियों को दिखाई नहीं देता

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कांग्रेस पार्टी में ऐसा कोई नेता रह नहीं गया है जो कुछ समझ सके। राहुल गाँधी का तो कहना ही क्या जो CAA पर 10 लाइनें बोल नहीं सकते। वे कुछ बिना जाने ही बुद्धिमत्ता का ढोंग रचते हैं। मैं एक बार फिर राहुल गाँधी को चुनौती देता हूँ कि वे CAA पर 10 पंक्तियां और इसके विरोध में दो लाइन बोल कर दिखाएँ

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महात्मा गाँधी, पंडित जवाहरलाल नेहरू, सरदार पटेल, डॉ राजेन्द्र प्रसाद से लेकर डॉ मनमोहन सिंह तक कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने पाकिस्तान-बांग्लादेश से धार्मिक रूप से प्रताड़ना के शिकार अल्पसंख्यक शरणार्थियों को भारत की नागरिकता देने की वकालत की थी लेकिन कांग्रेस आज वोट बैंक के लालच में नागरिकता संशोधन कानून का विरोध कर शरणार्थियों के साथ अन्याय कर रही है

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जब हम पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से धार्मिक रूप से प्रताड़ित हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, ईसाई और पारसी शरणार्थियों को भारत की नागरिकता दे रहे हैं तो कांग्रेस एवं उसकी सहयोगी पार्टियां एक समाज विशेष को उकसा कर देश में हिंसा और नफरत का माहौल बनाने की साजिश रच रही है

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1950 में नेहरू-लियाकत समझौता हुआ था जिसके तहत दोनों देशों के अल्पसंख्यकों के अधिकारों को सुनिश्चित करना था लेकिन 1951 में पाकिस्तान में हिंदुओं की जनसंख्या घट कर लगभग 4% के नीचे और बांग्लादेश में 7% तक रह गई। इसके ठीक उलट भारत में अल्पसंख्यकों की संख्या बढ़ी है

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यह ख़ुशी की बात है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी और केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह जी ने ‘नागरिकता संशोधन क़ानून’ को इम्प्लीमेंट कर पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आये हिंदू, बौद्ध, सिख, जैन, ईसाई और पारसी शरणार्थियों को सम्मान से जिंदगी जीने का अधिकार दिया है

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कांग्रेस ने धारा 370 को भी टेम्पररी बना कर देश को समस्याओं में उलझाए रखा था जिसके चलते जम्मू-कश्मीर में भ्रष्टाचार, आतंकवाद और अलगाववाद फला-फूला लेकिन अब धारा 370 के हटने से अब वहां विकास का नया सूरज निकला है

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प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश की 70 सालों से अटकी समस्याओं का समाधान किया है और इसके सूत्रधार केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह जी बने

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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा ने आज शुक्रवार को नई दिल्ली के एनडीएमसी सभागार में भारतीय बौद्ध संघ के तत्वावधान में नागरिकता संशोधन कानून 2019 के समर्थन में आयोजित जन-जागरण कार्यक्रम को संबोधित किया और CAA पर विपक्ष के झूठ का पर्दाफाश करते हुए देश के अल्पसंख्यकों को आश्वस्त किया कि यह कानून नागरिकता देने वाला कानून है, लेने वाला नहीं। कार्यक्रम में भारतीय बौद्ध संघ के कई पदाधिकारी उपस्थित थे।

कांग्रेस पर हमला करते हुए श्री नड्डा ने कहा कि जब हम पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से धार्मिक रूप से प्रताड़ित हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, ईसाई और पारसी शरणार्थियों को भारत की नागरिकता दे रहे हैं तो कांग्रेस एवं उसकी सहयोगी पार्टियां अपनी राजनीतिक रोटी सेंकने के लिए एक समाज विशेष को उकसा कर देश में हिंसा और नफरत का माहौल बनाने की साजिश रच रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लिए आज भी देश सर्वोपरि नहीं है, उसे अपना वोट बैंक प्यारा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस एंड कंपनी के लिए पहले वोट आता है, राजनीति आती है, देश बाद में आता है जबकि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी और भारतीय जनता पार्टी के लिए देश सबसे पहले आता है।

कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा कि 1950 में नेहरू-लियाकत समझौता हुआ था जिसके तहत दोनों देशों के अल्पसंख्यकों के अधिकारों को सुनिश्चित करना था लेकिन 1951 में पाकिस्तान में हिंदुओं की जनसंख्या 23% से घट कर लगभग 4% के नीचे आ गई जबकि इसी तरह बांग्लादेश में भी हिंदुओं की जनसंख्या 23% से घट कर लगभग 7% तक रह गई। इसके ठीक उलट भारत में अल्पसंख्यकों की संख्या बढ़ी है। पाकिस्तान और बांग्लादेश में धार्मिक रूप से प्रताड़ित होकर काफी संख्या में हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, ईसाई और पारसी अपनी इज्जत-आबरू बचाने शरणार्थी के रूप में भारत आये। ये वर्षों से भारत को अपनी धरती मान कर रहते आये हैं लेकिन कांग्रेसी सरकारों ने शरणार्थियों के अधिकार की रक्षा के लिए कुछ भी नहीं किया। यह आज हमारे लिए ख़ुशी की बात है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी और केन्द्रीय गृह मंत्री एवं हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह जी ने ‘नागरिकता संशोधन क़ानून’ को इम्प्लीमेंट कर पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आये हिंदू, बौद्ध, सिख, जैन, ईसाई और पारसी शरणार्थियों को सम्मान से जिंदगी जीने का अधिकार दिया है।

श्री नड्डा ने कहा कि महात्मा गाँधी, पंडित जवाहरलाल नेहरू, सरदार पटेल, डॉ राजेन्द्र प्रसाद से लेकर डॉ मनमोहन सिंह तक कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने पाकिस्तान-बांग्लादेश से धार्मिक रूप से प्रताड़ना के शिकार अल्पसंख्यक शरणार्थियों को भारत की नागरिकता देने की वकालत की थी लेकिन कांग्रेस आज वोट बैंक के लालच में नागरिकता संशोधन कानून का विरोध कर शरणार्थियों के साथ अन्याय कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने पाकिस्तान से आये शरणार्थी हिंदुओं को गुजरात और राजस्थान में बसाने की पहल भी की थी लेकिन आज जब हम पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में धार्मिक रूप से प्रताड़ित अल्पसंख्यकों को अधिकार देने का कानून लेकर आये हैं तो कांग्रेस पार्टी ही इस पर भ्रम और झूठ की राजनीति कर रही है।

कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस और उसकी जैसी पार्टियों द्वारा देश भर में भ्रम फैलाया जा रहा है कि नागरिकता संशोधन कानून से बड़ी संख्या में पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से शरणार्थी भारत आ जायेंगे। अरे विपक्ष को यह भी समझ नहीं है कि नागरिकता संशोधन कानून के तहत इन तीन देशों से आये उन शरणार्थियों को नागरिकता देने का प्रावधान है जो 31 दिसंबर 2014 तक भारत आ चुके हैं। उन्होंने कांग्रेस पर हमला जारी रखते हुए कहा कि कांग्रेस ने भाषण दिए, राजनीतिक रोटियाँ सेंकी, राजनीति की लेकिन शरणार्थियों का भला नहीं किया। कांग्रेस के नेता दलित हितैषी होने का ढोंग करते हैं लेकिन दलितों की चिंता नहीं करते। इन शरणार्थियों में लगभग 70% से अधिक दलित हैं लेकिन इनका दर्द कांग्रेस और उसकी सहयोगी पार्टियों को दिखाई नहीं देता। उन्होंने कहा कि वास्तव में कांग्रेस पार्टी में ऐसा कोई नेता रह नहीं गया है जो कुछ समझ सके। राहुल गाँधी का तो कहना ही क्या जो CAA पर 10 लाइनें बोल नहीं सकते। वे कुछ बिना जाने ही बुद्धिमत्ता का ढोंग रचते हैं। मैं एक बार फिर राहुल गाँधी को चुनौती देता हूँ कि वे CAA पर 10 पंक्तियां और इसके विरोध में दो लाइन बोल कर दिखाएँ। ऐसा नहीं है कि हमने मुस्लिमों को नागरिकता नहीं दी है, जिन्होंने भी क़ानून के हिसाब से भारत की नागरिकता माँगी है, उन्हें दी गई है। पिछले पांच वर्षों में 500 से अधिक मुस्लिमों को भारत की नागरिकता दी गई है

श्री नड्डा ने कहा कि कांग्रेस ने धारा 370 को भी टेम्पररी बना कर देश को समस्याओं में उलझाए रखा था जिसके चलते जम्मू-कश्मीर में भ्रष्टाचार, आतंकवाद और अलगाववाद फला-फूला लेकिन अब धारा 370 के हटने से अब वहां विकास का नया सूरज निकला है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश की 70 सालों से अटकी समस्याओं का समाधान किया है और इसके सूत्रधार केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह जी बने। बांग्लादेश से जुड़ा सीमा विवाद भी मोदी सरकार ने ही हल किया।

कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा कि जो भी आज नागरिकता संशोधन कानून (CAA) का विरोध कर रहे हैं, वे मूलतः देश को कमजोर करने में लगे हैं। वास्तव में विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है। हालांकि ये उन्हें तय करना है कि उन्हें क्या करना चाहिए लेकिन देश को गुमराह करने का अधिकार किसी को भी नहीं है। देश ऐसे लोगों को माकूल जवाब देगा। उन्होंने सभा में उपस्थित लोगों से नागरिकता संशोधन कानून को समर्थन देते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के हाथों को और मजबूत करने की अपील की। कार्यकारी अध्यक्ष के आह्वान पर सेमीनार में उपस्थित जनता ने टोल फ्री नंबर 8866288662 पर मिस्ड कॉल करके नागरिकता संशोधन कानून के प्रति अपना समर्थन जताया।

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