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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा द्वारा बिहार के दरभंगा के हायाघाट स्थित आनंदपुर पब्लिक स्कूल और जाले स्थित क़ाज़ी अहमद डिग्री कॉलेज के प्रांगण में आयोजित विशाल रैली में दिए गए उद्बोधन के मुख्य बिंदु

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Date: 05/11/2020



प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश को विकास का एक ऐसा मंत्र दिया है कि अब मजबूरी में, बिहार में महागठबंधन को भी विकास की बात करनी पड़ रही हैअन्यथा ये विनाश की ओर ले जाने वाले लोग हैं।

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बिहार की जनता ने तय कर लिया है कि उन्हें विकास चाहिएजंगलराज नहीं। हाइवे चाहिएअपहरण उद्योग नहीं। इसलिए उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में श्री नीतिश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार बनाने का निर्णय पहले ही ले लिया है।

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिहार को लालटेन युग से एलईडी युग में पहुँचाने का काम किया. उजाला योजना के अंतर्गत देश की जनता तक 37 करोड़ एलईडी बल्ब मुफ्त पहुंचाई गई जिससे बिहार की तस्वीर बदल गयी

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जंगलराज में बिहार में रंगदारीरंगबाजीलूट-खसोट आम बात थी। लालू जी के राज में शाहबुद्दीन जैसे दुर्दांत अपराधी को संरक्षण मिलता था। जंगलराज वालों को अपने कारनामों के लिए बिहार की जनता से माफी मांगनी चाहिए।

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एनडीए की सरकार में नेताओं के नाम विकास कार्यों से जुड़ गए हैं। कोई सड़क वाला मंत्रीकोई पानी वाला मंत्रीकोई बिजली वाला मंत्री। लेकिन 15 वर्ष पहले बिहार में क्या होता था- ये अपहरण वाला मंत्रीये लोगों को डराने वाला मंत्रीये जेल में रहने वाला मंत्री। ये अंतर है दोनों में।

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जंगलराज वाले आज बिहार की जनता को 10 लाख नौकरियां देने का झूठा आश्वासन दे रहे हैं। जंगलराज के युवराज पहले बिहार की जनता को जवाब दें कि लालू जी के राज में 25 लाख से ज्यादा लोग बिहार से पलायन करने को क्यों विवश हुए?

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जंगलराज के युवराज तेजस्वी यादव जी जब विधान सभा में विपक्ष के नेता बनकर आते हैं तो प्रजातंत्र को धिक्कारते हुए बजट सत्र से लेकर पूरे साल विधान सभा से नदारद रहते हैं तब ये 10 लाख नौकरियां देने की बात किस मुंह करते हैं.

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प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने 2015 में बिहार के विकास के लिए 1.25 लाख करोड़ रुपये का पैकेज दिया था जिसका विपक्ष ने मजाक उड़ाया था लेकिन लेकिन मैं इस पैकेज का पाई-पाई का हिसाब देने आया हूँ।

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हम अपनी सरकार के विकास कार्यों का हिसाब इसलिए देते हैंक्योंकि हम रिपोर्ट कार्ड देने की ताकत रखते हैं। नरेन्द्र मोदी जी वो नेता हैं- जो कहते हैंवो करके दिखाते हैं।

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देश का 80 प्रतिशत मखाना बिहार के मिथिला क्षेत्र में होता है और उसमें से भी 90% मिथिलांचल के जिलों में होता है। आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत मखाने की वर्ल्ड ब्रैंडिंग की जा रही है। मधुबनी पेंटिंग बनाने वालों से कम दाम पर पेंटिंग खरीदकर ज्यादा दामों पर बेची जाती है।

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आत्मनिर्भर भारत अभियान से मखाना और पेंटिंग बनाने वालों को भी उचित दाम मिलेंगे। अब मिथिला नौकरी नहीं मांगेगा बल्कि नौकरी देने वाला बनेगा।

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कुछ लोग सवाल उठाते हैं कि बिहार में राम जन्मभूमि की बात क्यों करते हैंसीता माता की भूमि पर राम जन्मभूमि की बात नहीं करेंगेतो कहां करेंगे?

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राम मंदिर निर्माण में विपक्षी पार्टियों द्वारा काफी अड़चनें पैदा की गईं लेकिन माननीय नरेन्द्र  मोदी जी के दोबारा प्रधानमंत्री बनने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने राम जन्मभूमि के पक्ष में फैसला दिया। आज पूरे देश के सहयोग सेजनभागीदारी सेअयोध्या में भव्य राममंदिर का निर्माण हो रहा है।

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की इच्छाशक्ति और गृह मंत्री अमित शाह की रणनीति ने 5 अगस्त 2019 को जम्मू कश्मीर से धारा 370 को धाराशायी कर देश में एक निशान-एक विधान- और एक प्रधान का सपना साकार कर दिया.

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जब जम्मू कश्मीर से धारा-370 हटाई गई तब भी विपक्षी पार्टियों ने यही कहा कि कश्मीर में आग लग जाएगीखून की नदियां बह जाएंगी लेकिन आज जम्मू कश्मीर और लद्दाख शांति से विकास के नए पथ पर अग्रसर हैं.

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ये चुनाव सिर्फ एनडीए प्रत्याशी को जिताने का ही नहीं है बल्कि ये चुनाव बिहार के भविष्य का भी है। हमें तय करना है कि हमें राज्य को किस ओर ले जाना है। एक तरफ विकास करने वाले लोग हैं और दूसरी ओर जंगलराज वाले वो लोग हैंजिन्होंने बिहार को विनाश की ओर ले जाने में कोई कसर नहीं छोड़ी।

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अब बिहार लालटेन युग से निकलकर एलईडी युग में जा रहा है। बाहुबल से निकलकर विकास बल की ओर जा रहा है। लूटराज से निकलकर डीबीटी की ओर जा रहा है।

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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय श्री जगत प्रकाश नड्डा आज, गुरुवार को, बिहार के दरभंगा में हायाघाट स्थित आनंदपुर पब्लिक स्कूल और जाले स्थित क़ाज़ी अहमद डिग्री कॉलेज के प्रांगण में आयोजित विशाल रैली को संबोधित किया।

माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने राजा जनक, माँ सीता की पावन भूमि और कविराज विद्यापति की धरती मिथिलांचल को नमन करते हुए कहा कि बिहार की जनता ने तय कर लिया है कि उन्हें विकास चाहिएजंगलराज नहीं। हाइवे चाहिएअपहरण उद्योग नहीं। इसलिए उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में श्री नीतिश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार बनाने का निर्णय पहले ही ले लिया है।

माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश को विकास का एक ऐसा मंत्र दिया है कि अब मजबूरी में, बिहार में महागठबंधन को भी विकास की बात करनी पड़ रही हैअन्यथा ये विनाश की ओर ले जाने वाले लोग हैं।  जंगलराज वाले आज बिहार की जनता को 10 लाख नौकरियां देने का झूठा आश्वासन दे रहे हैं। जंगलराज के युवराज पहले बिहार की जनता को जवाब दें कि लालू जी के राज में 25 लाख से ज्यादा लोग बिहार से पलायन करने को क्यों विवश हुए? जंगलराज के युवराज तेजस्वी यादव जी जब विधान सभा में विपक्ष के नेता बनकर आते हैं तो प्रजातंत्र को धिक्कारते हुए बजट सत्र से लेकर पूरे साल विधान सभा से नदारद रहते हैं तब ये 10 लाख नौकरियां देने की बात किस मुंह करते हैं. विधान सभा में विपक्ष के नेता का पूरे साल गायब रहना बिहार की जनता के साथ धोखा नहीं तो और क्या है?  

माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने 2015 में बिहार के विकास के लिए 1.25 लाख करोड़ रुपये का पैकेज दिया था जिसका विपक्ष ने मजाक उड़ाया था लेकिन लेकिन मैं इस पैकेज का पाई-पाई का हिसाब देने आया हूँ। हम अपनी सरकार के विकास कार्यों का हिसाब इसलिए देते हैंक्योंकि हम रिपोर्ट कार्ड देने की ताकत रखते हैं। नरेन्द्र मोदी जी वो नेता हैं- जो कहते हैंवो करके दिखाते हैं। उन्होंने कहा कि बिहार में किसानों के लिए  3,094  करोड़ रुपयेशिक्षा के लिए 1,000 करोड़ रुपयेस्किल डेवलपमेंट पर 1,550 करोड़ रुपयेस्वास्थ्य के क्षेत्र में 600 करोड़ रुपये जबकि एम्स और बेतिया के मेडिकल कॉलेज के लिए अलग से 550 करोड़ रूपये दिए गए. बिजली के लिए 13,000 करोड़ रुपयेसड़क के लिए 13,8200 करोड़ रुपयेपेट्रोलियम गैस के विस्तार के लिए 21,000 करोड़ रुपये गए हैं। हाइवे के लिए 54 हजार करोड़ रुपये, रेलवे के लिए 8,870 करोड़ रूपये दिए गए जिसकी वजह से रेलवे ट्रैक का दोहरीकरण इलेक्ट्रिफिकेशन संभव हो पाया. पेट्रोलियम एवं गैस के लिए 21 हजार करोड़ रुपये, ग्रामीण सड़क के निर्माण के लिए 14 हजार करोड़ रुपये, दरभंगा एअरपोर्ट  के लिए 2,700 करोड़ रुपये, पर्यटन के लिए, जिसमें रामायण सर्किट और बाल्मीकि नगर का टाइगर रिज़र्व भी आता है, कौशल विकास के लिए 1550 करोड़ रुपये और डिजिटल बिहार के लिए 450 करोड़ रुपये दिए गए जिसके तहत गांव-गांव ऑप्टिकल फाइबर बिछाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि विगत छः वर्षों में बिहार में 11 नए मेडिकल कॉलेज खुले। नए मेडिकल कॉलेज खोलने का मतलब है कई मेडिकल दवाइयों की दुकानों का खुलना, कोचिंग इंस्टीटयूट का खुलना और स्वास्थ्य सुविधोँ में बढ़ोत्तरी के साथ-साथ बड़ी मात्रा में रोजगार का भी सृजन होना।

माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि कोरोना संकट के दौरान जब दुनिया के बड़े-बड़े शक्तिशाली देश लाचार हो गए थे तब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 130 करोड़ लोगों के इस देश को लड़ने के लिए तैयार किया. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तत्काल लॉकडाउन का निर्णय लेकर लोगों के स्वास्थ्य की रक्षा की, जिसे विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी सही समय पर लिया गया सही निर्णय बताया. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने जान है तो जहान है के सिद्धांत को ध्यान में रखते हुए कोरोना महामारी की शुरुआत से ही बड़े-बड़े कदम उठाए और मेडिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर के मामले में देश को आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर किया। लॉकडाउन की शुरुआत में हमारी टेस्टिंग कैपिसिटी महज 1,500 प्रतिदिन की थी, आज लगभग 15 लाख टेस्टिंग प्रतिदिन हो रही है। तब हमारे पास एक भी डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल नहीं था, आज 1,600 से अधिक है। 12 लाख से अधिक डेडिकेटेड कोविड बेड्स हैं। भारत में लॉकडाउन से पहले वेंटीलेटर्स की भारी किल्लत थी, प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से लगभग तीन लाख वेंटीलेटर्स भारत में निर्मित किये गए। आज भारत प्रतिदिन लगभग चार लाख पीपीई किट का निर्माण ही नहीं कर रहा बल्कि विदेशों को भी निर्यात करने लग गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा उद्यमियों एवं विनिर्माताओं को दिए जा रहे प्रोत्साहन का ही परिणाम है कि भारत आज विश्व के 150 देशों को दवाईयां मुहैया करा रहा है। 2014 में जब मोदी जी ने जीरो बैलेंस में जनधन खाते खुलवाने शुरु किए, तब विपक्षियों ने सवाल उठाया कि गरीबों के खाते खुलवाने से कुछ नहीं होगा। जब लॉकडाउन लगा तब मोदी जी ने बिना मनीऑर्डर और पोस्टमैन के 20 करोड़ गरीब महिलाओं के इन्हीं जनधन खातों में 3 महीने तक 500-500 रुपये पहुंचाए। दिव्यांगों, बुजुर्गों और विधवाओं के भी खाते में तीन किश्तों में 3,000 रूपये की आर्थिक सहायता दी गई। देश के 8.56 करोड़ किसानों को किसान सम्मान निधि के तहत राशि उनके खाते में भेजी गई। किसान सम्मान निधि की एक और क़िस्त आने वाली है। गरीब परिवारों को भूखा ना सोना पड़े इसके लिए देश की 80 करोड़ जनता को दीवाली और छठ पूजा तक मुफ्त राशन की व्यवस्था भी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने की। मैं श्री नीतीश कुमार को भी धन्यवाद देता हूँ कि उन्होंने राज्य के सभी राशन कार्ड धारकों को एक-एक हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी। इसके लिए बिहार सरकार ने 1,141 करोड़ रुपये का प्रावधान किया। माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कोरोना काल में विपक्षियों की बिहार की जनता के प्रति उदासीनता का जिक्र करते हुए कहा कि जंगलराज के दोनों युवराजराहुल गांधी और तेजस्वी यादवदोनों कोरोना संक्रमण काल की शुरुआत में बिहार से गायब रहे। ये लोग दिल्ली बैठे थेक्योंकि तेजस्वी यादव को यहां कोरोना से डर लगता था। कोरोना में बिहार की लोगों की चिंता नीतीश जी की सरकार और भाजपा कार्यकर्ताओं ने की है. बिहार चुनाव में जंगलराज के दोनों युवराज यहां की जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैंलेकिन ध्यान में रखना है कि बिहार के विकास के लिए सड़कअस्पतालमेडिकल कॉलेज जैसे विकास कार्य किस सरकार ने किये हैं. बिहार में बालिकाओं को इंटरमीडिएट पास करने पर नीतीश सरकार 25 हजार की राशि देती है और साथ ही ग्रेजुएशन करने पर 50  हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि देते हैं जिसका उद्देश्य है महिलायें बढ़-चढ़कर शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ें और स्वावलंबी बनें. मैं श्री नीतीश कुमार को भी धन्यवाद देता हूँ कि उन्होंने राज्य के सभी राशन कार्ड धारकों को एक-एक हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी। इसके लिए बिहार सरकार ने 1,141 करोड़ रुपये का प्रावधान किया।

माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने आत्मनिर्भर भारत अभियान का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने कोरोना संक्रमण काल में देश को आपदा को अवसर में बदलने का मंत्र देते हुए 20 लाख करोड़ रुपये के आत्मनिर्भर भारत‘ अभियान की शुरुआत की जिसमें मध्यमसूक्ष्म एवं लघु उद्योगों के लिए तीन लाख करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई तो कृषि इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए एक लाख करोड़ रुपए का नया फंड बनाया गया। इससे बिहार के किसानोंमछुवारोंपशुपालकों को भी बहुत लाभ होगा. देश का 80 प्रतिशत मखाना बिहार के मिथिला क्षेत्र में होता है और उसमें से भी 90% मिथिलांचल के जिलों में होता है। आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत मखाने की वर्ल्ड ब्रैंडिंग की जा रही है। मधुबनी पेंटिंग बनाने वालों से कम दाम पर पेंटिंग खरीदकर ज्यादा दामों पर बेची जाती है। आत्मनिर्भर भारत अभियान से मखाना और पेंटिंग बनाने वालों को भी उचित दाम मिलेंगे। अब मिथिला नौकरी नहीं मांगेगा बल्कि नौकरी देने वाला बनेगा। माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने किसानों के विकास के लिए 1 लाख करोड़ रुपये दिए हैं। मैं यहां के नेताओं से निवेदन करूंगा कि आप कृषि उत्पादक संघ बनवाइए और दरभंगा सहित अन्य जिलों में आप इसके माध्यम से किसानों का विकास कीजिए। तय किसान करेंगे कि काम क्या होना है और धनराशि प्रधानमंत्री जी देंगे। खेती हो, पशुपालन हो, मछलीपालन हो, इससे जुड़े उद्योग और उद्यम, आत्मनिर्भर बिहार का अहम हिस्सा हैं। हाल में देश में मछलीपालन को बढ़ावा देने के लिए एक बहुत बड़ी योजना बिहार से ही लॉन्च की गई और इसके लिए 172 करोड़ रूपये की राशि माननीय प्रधानमंत्री जी मतस्यपालन के लिए दिया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिहार को लालटेन युग से एलईडी युग में पहुँचाने का काम किया है. उजाला योजना के अंतर्गत देश की जनता तक 37 करोड़ एलईडी बल्ब मुफ्त पहुंचाई गई जिससे बिहार की तस्वीर बदल गयी। स्वच्छ भारत अभियान के तहत पूरे देश में 11.30 करोड़ बिहार में 1.20 करोड़ इज्जत घर बनवाकर महिलाओं-बहनों को सम्मान दिलाने का काम किया गया. सौभाग्य योजना के तहत 2.60 करोड़ लोगों के घरों में बिजली पहुंचाई गई तथा बिहार 32 लाख घरों में बिजली पहुंचाई गई.

माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने विपक्ष पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि चाहे राम मंदिर का मामला होधारा 370 होट्रिपल तलाक हो या फिर विकास कार्य – ‘अटकानालटकाना और भटकाना‘ ही कांग्रेस की नीति-रीति रही. कुछ लोग सवाल उठाते हैं कि बिहार में राम जन्मभूमि की बात क्यों करते हैंसीता माता की भूमि पर राम जन्मभूमि की बात नहीं करेंगेतो कहां करेंगे? राम मंदिर निर्माण में विपक्षी पार्टियों द्वारा काफी अड़चनें पैदा की गईं लेकिन माननीय नरेन्द्र  मोदी जी के दोबारा प्रधानमंत्री बनने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने राम जन्मभूमि के पक्ष में फैसला दिया। आज पूरे देश के सहयोग सेजनभागीदारी सेअयोध्या में भव्य राममंदिर का निर्माण हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की इच्छाशक्ति और गृह मंत्री अमित शाह की रणनीति ने 5 अगस्त 2019 को जम्मू कश्मीर से धारा 370 को धाराशायी कर देश में एक निशान-एक विधान- और एक प्रधान का सपना साकार कर दिया. जब जम्मू कश्मीर से धारा-370 हटाई गई तब भी विपक्षी पार्टियों ने यही कहा कि कश्मीर में आग लग जाएगीखून की नदियां बह जाएंगी लेकिन आज जम्मू कश्मीर और लद्दाख शांति से विकास के नए पथ पर अग्रसर हैं.

माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने उपस्थित जनसमूह को 15 वर्ष पूर्व के बिहार के जंगलराज के स्वरुप को याद दिलाते हुए कहा कि जंगलराज में बिहार में रंगदारीरंगबाजीलूट-खसोट आम बात थी। लालू जी के राज में शाहबुद्दीन जैसे दुर्दांत अपराधी को संरक्षण मिलता था। जंगलराज वालों को अपने कारनामों के लिए बिहार की जनता से माफी मांगनी चाहिए। अब ये आरजेडी, माले से मिल गई है जिसका विचार ही विध्वंश का है और जिसके चेहरे पर बिहार में कई नरसंहार के दाग हैं। इनके साथ राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी भी जुड़ गए हैं, जिनको यह पता ही नहीं चलता कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का विरोध करते-करते देश का विरोध करने लगे हैं, पाकिस्तान की भाषा बोलने लगे हैं, सेना पर सवाल खड़े करने लगे हैं. 15 वर्ष पहले यहां अपहरण उद्योग चलता था, फिरौती मांगी जाती थी। लेकिन जब नीतीश कुमार जी आये तो बिहार में सुशासन आया, वरना उससे पहले तो यहां कुशासन ही चलता था। भ्रष्टाचारअपराधजातिवाद और तुष्टिकरण का कांग्रेस-राजद-माले का गठबंधन सत्ता में आया तो बिहार में फिर से ‘जंगल राज‘ कायम हो जाएगा। उन्होंने कहा कि एनडीए की सरकार में नेताओं के नाम विकास कार्यों से जुड़ गए हैं। कोई सड़क वाला मंत्रीकोई पानी वाला मंत्रीकोई बिजली वाला मंत्री। लेकिन 15 वर्ष पहले बिहार में क्या होता था- ये अपहरण वाला मंत्रीये लोगों को डराने वाला मंत्रीये जेल में रहने वाला मंत्री। ये अंतर है दोनों में।

माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा उपस्थित जनसमूह से कहा कि ये चुनाव सिर्फ एनडीए प्रत्याशी को जिताने का ही नहीं है बल्कि ये चुनाव बिहार के भविष्य का भी है। हमें तय करना है कि हमें राज्य को किस ओर ले जाना है। एक तरफ विकास करने वाले लोग हैं और दूसरी ओर जंगलराज वाले वो लोग हैंजिन्होंने बिहार को विनाश की ओर ले जाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। अब बिहार लालटेन युग से निकलकर एलईडी युग में जा रहा है। बाहुबल से निकलकर विकास बल की ओर जा रहा है। लूटराज से निकलकर डीबीटी की ओर जा रहा है।

महेन्द्र पांडेय

(कार्यालय सचिव)

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